हे दुख भंजन/Hey Dukh Bhanjan

हे दुःख भंजन

Hey Dukh Bhanjan

हे दुःख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार,

पवनसुत विनती बारम्बार, पवनसुत विनती बारम्बार।।

 

अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता-२, दुखियो के तुम भाग्य विधाता-२,

सियाराम के काज संवारे-२, मेरा कर उद्धार |

हे दुख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार,

पवनसुत विनती बारम्बार , पवनसुत विनती बारम्बार।।

 

अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी-२, तुम पर रीझे अवध बिहारी-२,

भक्ति भाव से ध्याऊँ तोहे-२, कर दुखो से पार |

पवनसुत विनती बारम्बार |

हे दुख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार,

पवनसुत विनती बारम्बार।।

 

जपु निरन्तर नाम तुम्हारा-२, अब नहीं छोड़ू तेरा द्वारा-२,

राम भक्त मोहे शरण में लीजे-२, भाव सागर से तार |

पवनसुत विनती बारम्बार |

हे दुख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार,

पवनसुत विनती बारम्बार।।

हे दुःख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार,

पवनसुत विनती बारम्बार, पवनसुत विनती बारम्बार।।

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